काल सरप पूजा विशेषज्ञ होने के नाते गुरुजी को 14 वर्षो का अनुभव कालसरप पूजा आयोजित करने में प्राप्त है, क्योंकि गुरुजी ने आज तक बहुत सारे शांति पूजा की सीमा पार कर दी है, और सभी (यज्ञ) शांति या पूजा विधि के बाद तुरन्त उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करते हैंं।
आचार्य जितेन्द्र गुरुजी दुवारा कि गई सभी पुजाये अर्थात कालसर्प दोष पूजा,मंगल भात पूजा,पितृ दोष पूजा,महामृत्युंजय जाप,अर्क/कुंभ विवाह,नव ग्रह शांति,बगलामुखी माता पुजा एवं विशेष संतान प्राप्ति का उत्कृष्ट परिणाम तुरंत प्राप्त होता है।
Kalsarpa Dosha Puja is also known as Kalsarpa Yoga. Kalsarp Puja is performed when all the planets come between Rahu and Ketu. Kalsarp signifies loss, dilemma, obstacle. How many people have suffered due to presence of Kalsarp in the horoscope. Kalsarp Puja for the removal of Ujjain Dosh can be done even in the absence of the person.
कालसर्प दोष पूजा को कालसर्प योग भी कहा जाता है। कालसर्प पूजा तब होती है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आते हैं|कालसर्प हानि, दुविधा, बाधा को सूचित करता है. कुंडली में कालसर्प होने से कितने लोगो को कष्ट हुवा है|कालसर्प पूजा उज्जैन दोष निवारण के लिए की जाने वाली पूजा व्यक्ति की अनुपस्थिति में भी की जा सकती है|
Ujjain Temple Pandit Shubham Guruji.